प्रेम एक किरण क्या , प्रेम पूर्ण सूर्य है ।

प्रेम ही साध्या ,
प्रेम ही आराध्या ,
प्रेम पहेली क्या ,
प्रेम ही व्याख्या ।

प्रेम बाह्य संसार ,
प्रेम ही अंतरित ,
प्रेम ही आश्रय ,
प्रेम ही आश्रित ।

प्रेम विभक्त क्या ,
प्रेम ही सशक्त है ,
प्रेम पाश है नहीं ,
प्रेम बंधन मुक्त है ।

प्रेम एक रोग क्या ,
प्रेम ही योग है ,
प्रेम में वियोग क्या ,
प्रेम ही संयोग है ।

प्रेम अपराध क्या ,
प्रेम सत्कर्म है ,
प्रेम को धर्म क्या ,
प्रेम खुद धर्म है ।

प्रेम का संघार क्या ,
प्रेम व्युत्पत्ति है ,
प्रेम नास्तिक क्या ,
प्रेम एक भक्ति है ।

प्रेम पारस भी ,
प्रेम वैदूर्य है ,
प्रेम एक किरण क्या ,
प्रेम पूर्ण सूर्य है ।

प्रेम गमगीन क्या ,
प्रेम अशोक है ,
प्रेम अंधकार क्या ,
प्रेम आलोक है ।

प्रेम में अज्ञान भी ,
प्रेम में श्लोक है ,
प्रेम से कण भी ,
प्रेम ही त्रैलोक है ।

प्रेम जीव जंतु ,
प्रेम देव , इंसान है ,
प्रेम साधना भी ,
प्रेम खुद भगवान है ।


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