तुम्हारे मन में क्या - क्या और ख़्याल चल रहा
दिल और दिमाग़ में इधर बवाल चल रहा ,
तुम बताओ की तुम्हारा क्या हाल चल रहा ,
सात जन्मों तक तुम्हारा साथ निभाएंगे ,
आज कल फ़ोन पर ये मिसाल चल रहा ।
तैश दिखा रहे है वो पाव भर मांस से ,
कौन जाने किसके ख़ून में ऊबाल चल रहा ।
छः साल वस्ल की रात को कह रही ,
तुम्हारे मन में क्या - क्या और ख़्याल चल रहा ।
कौन किसकी तरह दिखना चाह रहा ,
दिख रहा कि शेर-सा शग़ाल चल रहा ।
हर तरफ़ हाय हाय की पुकार आ रही ,
इस वबा में बस इंतकाल चल रहा ।।
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