कहिया मिलन होई मोर सजनिया ...

बीतल न जाए दिनवा , बीते न रतिया ,
कहिया मिलन होई मोर सजनिया , 
दिनवा न गीनल जाए बहे आंखे पनिया, 
कहिया मिलन होई मोर सजनिया , 

मंगिया में तोरा कहिया , सिंदूर(सेनूर) भराई ,
तोर पिरितिया में , रतिया सताई ,
कहिया सुनाई तोर पायल की छनिया,
कहिया मिलन होई मोर सजनिया ....

जऊन दिन अंचरा से तोहरे बंधाईब ,
वचन तोहरा से हम , सातों निभाइब,
गले में मंगलसूत्र , होई अगिया के फेरिया,
कहिया मिलन होई मोर सजनिया...

तीन गो नीलकुरिंजी बीतल उमरिया,
टूटे लागल अब गर्दिश के तरिया,
देखी पतझड़ कितना निमवा के छंहिया,
कहिया मिलन होई मोर सजनिया ....

Comments

Popular posts from this blog

उनके रोने से अच्छी है शिकस्तगी अपनी ।

वो खत ।