भटकों को राह दिखाना पड़ता है ।

भटकों को राह दिखाना पड़ता है ,
 इश्क़ भी क्या जताना पड़ता है ?

किसकी नज़रें कितनी ज़्यादा क़ातिल है ,
ये बतलाने आंख मिलाना पड़ता है ।

हमने देखा तुमने देखा इश्क़ हुआ ,
इसमें किसका खून बहाना पड़ता है ।

आसां होते तो सारे रिश्ते टिक जाते ,
मेरी जानाँ साथ निभाना पड़ता है ।

कच्चे रिश्ते रहकर साथ तड़पाते है ,
भोजन भी खुद ही पकाना पड़ता है ।

यूं ही ख्वाहिश खत्म थोड़ी हो जाती है ,
इसके खातिर दिल जलाना पड़ता है ।

जितनी ज्यादा याद तेरी आ जाती है ,
उतना ही मलहम लगाना पड़ता है ।


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