मोहब्बत मसाफत में जो मनहूफ़ हो गई
एक अदालत और यहां मौक़ूफ़ हो गई ,
एक कहानी और यहां मक़हूफ़ हो गई ,
* मौक़ूफ़ - निरस्त या स्थगित
* मक़हूफ़ - सर धड़ से अलग
दिल मानने को तैयार ही नहीं ,
तुम किसी की जिंदगी में मसरूफ़ हो गई ।।
बेवफाई जिस ज़िंदगी में है ,
वो ज़िंदगी इश्क पर ग़ुज़रूफ़ हो गई ।।
* ग़ुज़रूफ़ - लानत
तेरा चला जाना क्या सितम ढहा दिया ,
ये काया मोम की मा'जूफ़ हो गई ।।
* मा'जूफ़ - पुतला
कोई तो तेरे करीब आया है ,
मोहब्बत मसाफत में जो मनहूफ़ हो गई ।।
* मनहूफ़ - कमज़ोर
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